भाल पे चंद्रमा लिरिक्स
भाल पे चंद्रमा लिरिक्स इसे लेहरा के गंगा जटा से बही,दृश्य ऐसा हुआ है ना होगा कही,मानो ऐसा लगा जैसे बरसी घटा,देख के ये छटा तो मजा आ गया… भाल पे चंद्रमा कंठ में नील माँ,देखा जोगी जो ऐसा मजा आ गया,मनो ऐसा लगा जैसे बरसी घटादेख के ये छटा तो मजा आ गया… नाग … Read more