मैं तो अपने मोहन की प्यारी लिरिक्स
मैं तो अपने मोहन की प्यारी लिरिक्स मैं तो अपने मोहन की प्यारी सजन मेरो गिरधारी,सजन मेरो गिरधारी, गिरधारी गिरधारी, गिरधारी गिरधारी,मैं तो अपने मोहन की प्यारी सजन मेरो गिरधारी… कौन रूप कौन रंग, अंग शोभा कहु सखी,कबहु ना देखी सोहणी, छवि वो निराली है,तन मन धन वारी, साँवरी सूरत प्यारी,माधुरी मधुर तीनो, लोकन ते … Read more