गोपाल गोकुल वल्लभे प्रिय गोप गोसुत वल्लभं लिरिक्स (Gopal Gokul Valbhe Priya Gop Gosut Valbham Lyrics)
गोपाल गोकुल वल्लभे प्रिय गोप गोसुत वल्लभं,
चरणारविन्दमहं भजे भजनीय सुरमुनि दुर्लभं…
घनश्याम काम अनेक छवि,
लोकाभिराम मनोहरं,
किंजल्क वसन किशोर मूरति,
भूरिगुण करुणाकरं…
सिरकेकी पच्छ विलोलकुण्डल,
अरुण वनरुहु लोचनं,
कुजव दंस विचित्र सब अंग,
दातु भवभय मोचनं…
कच कुटिल सुन्दर तिलक,
ब्रुराकामयंक समाननं,
अपहरण तुलसीदास,
त्रास बिहारी बृन्दाकाननं…
गोपाल गोकुल वल्लभे,
प्रिय गोप गोसुत वल्लभं,
चरणारविन्दमहं भजे,
भजनीय सुरमुनि दुर्लभं…
राम जी के अन्य भजन (Ram Bhajan Lyrics)
मुझे चढ़ गया भगवा रंग रंग | मुझे इतनी शक्ति दे दो राम |
पकड़ लो बाँह रघुराई | जग के स्वामी को श्री राम कहते है |
राम दशरथ के घर जन्मे भजन | जलाये दीप घर घर मिटाये अंधकार |
Ram Ji Ka Bhajan Video !
अन्य भजन के लिए लॉगिन करें – hindibhajanlyrics.in