घनश्याम ब्रज में आया लिरिक्स (Ghanshyam Brij Mein Aaya Lyrics)
जोगी का भेष बनाया घनश्याम ब्रज में आया…
बगल दवा लिए पतरा पोथी, पीली पीली बांधी धोती,
माथे पर तिलक लगाया, घनश्याम ब्रज-में आया…
बरसाने में पहुंचा जाई, जाकर वहां आवाज लगाई,
काशी का पढ़ा पढ़ाया, घनश्याम बृज में आया…
इतने में वहां रुक्का पड़ गया, सारी बात बताने जोगी आया,
जिस जिसने हाथ दिखाया, घनश्याम बृज में…
राधा की मां पूछन लागी, क्यों मेरी राधा सुकन लागी,
इसका चेहरा क्यों मुरझाया, घनश्याम बृज में…
मुश्किल बचनी तेरी राधा, इस पर चढ़ा सनीचर आधा,
इस पर चढ़ी ऊपरी छाया, घनश्याम बृज में…
कमली दान करो तुम सारी, काली बंसी पर बिपता भारी,
छलिया ने छल दिखलाया, घनश्याम बृज में…
कृष्ण ने बांसुरी बजाई, सारी गोपियां दौड़ी आई,
छलिया मां को चल लाया, घनश्याम बृज-में…
कृष्ण भगवान के अन्य भजन (Krishna Bhajan Lyrics)
सँवारे जब से देखा है तुझको | श्याम के दर पे जब से हम जाने लगे |
श्यामा ऐवे ना बजाया कर बंसरी | बिन पिए नशा चढ़ जाता है लिरिक्स |
मीरा ज़हर का प्याला पी गई रे | इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना |
Krishna Bhajan Lyrics Video !
For More Bhajan Login – hindibhajanlyrics.in