अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में लिरिक्स
अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में लिरिक्स अब क्या होगा मेरा राम बीच बुढ़ापे में,बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,अब क्या होगा, मेरा राम बीच बुढ़ापे में… संगमरमर का महल बनाया,कूलर पंखा उसमे लगाया,बहु बेटे को उसमे बिठाया,और मेरी घटिया बहार,बीच बुढ़ापे में…अब क्या होगा, मेरा राम बीच बुढ़ापे में… मन मर्ज़ी का … Read more