मै रम गया तेरी काशी में लिरिक्स
मै रम गया तेरी काशी में,
मैं रम गया तेरी काशी में,
मन साधु हुआ, मन साधु हुआ,
बन गया सन्यासी मै,
मैं रम गया तेरी काशी में…
जो आनंद है तेरे घाटों में,
माथा झुकता है काशी कपाटों में,
वैरागी हुआ, वैरागी हुआ,
जो प्रीत लगी अविनाशी में,
मैं रम गया तेरी काशी में…
मन साधु हुआ, मन साधु हुआ,
बन गया सन्यासी मै,
मैं रम गया तेरी काशी में…
छोड़े महल ये रेशमी धागों के,
नींदे मीठी हैं, गंगा के घाटो में,
मल्हारी हुआ, मल्हारी हुआ,
मैं रम गया चौरासी में…
मै रम गया तेरी काशी में,
मन साधु हुआ, मन साधु हुआ,
बन गया सन्यासी मै…
शिव जी के अन्य भजन (Shiv Bhajan Lyrics)
हो जो नजरे करम आपकी फिर नहीं डर | जोगी भेष धरकर नंदी पे चढ़कर |
नीलकंठ तेरो नाम लिरिक्स | श्री शिव पञ्चकम् स्तोत्र |
के दूल्हा कैलाश पर्वत वाला लिरिक्स | मेरे घर के आगे भोले नाथ तेरा मंदिर |
Shiv Bhajan Lyrics Video !
अन्य भजन के लिए लॉगिन करें – hindibhajanlyrics.in