हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति लिरिक्स | He Shiv Shankar Bhakti Ki Jyoti Lyrics

भजन को शेयर जरूर करें-:

हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति लिरिक्स (He Shiv Shankar Bhakti Ki Jyoti Lyrics) अब तो जला दो मन में, राग द्वेष से कलुषित ये मन उज्ज्वल हो पल छिन में, Shiv Bhajan Lyrics, Bholenath Bhajan Hindi.

हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति लिरिक्स (He Shiv Shankar Bhakti Ki Jyoti Lyrics)

हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति लिरिक्स (He Shiv Shankar Bhakti Ki Jyoti Lyrics)

हे शिव शंकर भक्ति की ज्योति अब तो जला दो मन में,
राग द्वेष से कलुषित ये मन उज्ज्वल हो पल छिन में…

तेरी डमरू से निकले है ओमकार स्वर प्रतिपल,
मै रम जाऊँ तुझमे भगवन तूँ रम जा नैनन में.
हे शिव शंकर….

भस्म रमाये तन पे तूँ क्यों इसका राज बतादो,
बीत गये कुछ अब न बीते बाकी क्षण बातन में,
हे शिव शंकर….

किसका ध्यान धरे कैलाशी इसका ज्ञान अमर दो,
तूँ है या फिर ध्यान धरे जो वो बैठा कण कण में,
हे शिव शंकर….

शिव जी के अन्य भजन (Shiv Ji Ke Bhajan Lyrics)
बम लहरी ओ मेरा बम लहरीकैलाश के निवासी नमो बार बार हूँ
गौरा रानी के रसीले नैनाडमरू बजाके बाबा देदो दर्शन जी
महादेव तेरा शुक्रिया लिरिक्ससुनलो करुण पुकार भोले लिरिक्स
नाच रहे है डमरू की ताल पेराह निहारे भक्त तुम्हारे कर जोडे
शंभु शंभु देवा लिरिक्सशिव जी डमरू तेरा आज डम डम
Shiv Bhajan Video !

For More Bhajan Login – hindibhajanlyrics.in

भजन को शेयर जरूर करें-: