रोम रोम में बसा हुआ है लिरिक्स | Rom Rom Mein Basa Hua Hai Lyrics

भजन को शेयर जरूर करें-:
रोम रोम में बसा हुआ है लिरिक्स (Rom Rom Mein Basa Hua Hai Lyrics)
Rom Rom Mein Basa Hua Hai Lyrics

रोम रोम में बसा हुआ है लिरिक्स (Rom Rom Mein Basa Hua Hai Lyrics)

रोम रोम में बसा हुआ है एक उसी का नाम,
तू जपले राम राम राम, तू भजले राम राम राम,
रोम रोम में बसा हुआ हैं…

लोभ और अभिमान छोड़िए, छोड़ जगत की माया,
मन की आँखे खोल देख, कण कण में वही समाया,
जहाँ झुकाए सर तू अपना, वही पे उनका धाम,
तू जपले राम राम राम, तू भजले राम राम राम,
रोम रोम में बसा..

ये मत सोच जहाँ मंदिर है, वही पे दीप जलेंगे,
जहाँ पुकारेगा तू उनको, वही पे राम मिलेंगे,
दर दर भटक रहा क्यों प्राणी, उन्ही का दामन थाम,
तू जपले राम राम राम, तू भजले राम राम राम,
रोम रोम में बसा…

ये संसार के नर और नारी, देवी देवता सारे,
नहीं चला है कोई यहाँ पे, उनके बिना इशारे,
वो चाहे सूरज निकले, वो चाहे तो ढलती शाम,
तू जपले राम राम राम, तू भजले राम राम राम,
रोम रोम में, बसा…

रोम रोम में, बसा हुआ है एक उसी का नाम,
तू जपले राम राम राम, तू भजले राम राम राम…

राम जी के अन्य भजन लिरिक्स (Ram Bhajan Lyrics)
कब दर्शन देंगे राम परम हितकारीमै कहाँ बिठाऊ राम कुटिया छोटी सी
सुनो अवध के वासियों सिया के रामआए हैं प्रभु श्री राम भरत फूले ना
भरत चले चित्रकूट हो रामा राम कोराम आरती होने लगी है जगमग जगमग
Ram Ji Ka Bhajan Video !

अन्य भजन के लिए लॉगिन करें – hindibhajanlyrics.in

भजन को शेयर जरूर करें-: