अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे लिरिक्स (Agar Nath Dekhoge Avgun Hamare Lyrics) -: तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे, राम जी का भजन, Ram Ji Ka Bhajan, Ram Bhajan Lyrics !

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे लिरिक्स (Agar Nath Dekhoge Avgun Hamare Lyrics)
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…
हमारे लिए क्यों देर किए हो,
हमारे लिए क्यों देर किए हो,
गणिका अजामिल को पल में उबारे,
गणिका अजामिल को पल में उबारे,
अगर नाथ देखोंगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…
पतितो को पावन करते कृपानिधि,
पतितो को पावन करते कृपानिधि,
किए पाप है इस सुयश के सहारे,
किए पाप है इस सुयश के सहारे,
अगर नाथ देखोंगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…
माना अगम है अपावन कुटिल है,
माना अगम है अपावन कुटिल है,
सबकुछ है लेकिन प्रभु हम तुम्हारे,
सबकुछ है लेकिन प्रभु हम तुम्हारे,
अगर नाथ देखोंगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…
राम जी के अन्य भजन लिरिक्स (Ram Bhajan Lyrics)
रोम रोम में राम समाये | रे मन हरि सुमिरन कर लीजे |
दीवाने है जो उस प्रभु के | हम दीवाने हैं तेरी गली के |
रामचंद्र जी की आरती | मेरी जिंदगी है सिर्फ मेरे राम |
राम की राम ही जाने | दिल ने दिल भरके ना देखी |
अन्य भजन के लिए लॉगिन करें – hindibhajanlyrics.in
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे लिरिक्स (Agar Nath Dekhoge Avgun Hamare Lyrics) -: तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे (Agar Nath Dekhoge Avgun Hamare Lyrics), राम जी का भजन, Ram Ji Ka Bhajan, Ram Bhajan Lyrics. Video !