चारों धाम से निराला अवधपुरी धाम लिरिक्स
चारों धाम से निराला अवधपुरी धाम,
रानी सीता के संग विराजे राजा राम…
सरयू के तट पे तुलसी मिलेगे,
तुलसी सुनाएँगे राम गुण गान,
चारों धाम से निराला, अवधपुरी धाम…
कैसे ह्दय में सिया राम को बसाया,
तुमको बताएँगे वीर हनुमान,
चारों धाम से निराला…
अयोध्या की गलियों में लक्ष्मण के त्याग है,
शत्रु भरत की है महिमा बखान,
चारों धाम से निराला…
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Ram Bhajan Lyrics Video !
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